ऊटी में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल (Top sights in Ooty)
दक्षिण भारत के तमिलनाडु स्टेट में नीलगिरी की पहाड़ियों में स्थित एक मनमोहक जगह है। हम इसे पहाड़ों की रानी के नाम से भी जानते हैं। आइए जानें ऊटी में घूमने लायक तो 6 लोकेशन और यहाँ आने के लिए बेस्ट सीज़न, ठहरने के बेस्ट ऑप्शन आदि के बारे में।
इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में आराम से ज़्यादा सुकून चाहिए। दुनियादारी से दूर ऐसी जगह चाहिए, जहां अपनी आवाज़ सुनाई दे, जहां पहुंचकर रेफ्रेशिंग लगे। जिसके लिए चलो हम कहेंगे “चलो ऊटी घूमकर आएं!”
क्योंकि, तमिलनाडु राज्य में नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा ऊटी बेहद सुंदर टूरिस्ट प्लेस है। इसे पहाड़ों की रानी भी कहते हैं। ऊटी भारत के सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है और हो भी क्यों ना, आमतौर पर, किसी लोकेशन पर देखने के लिए दो चार पॉइंट्स होते हैं पर ऊटी का हर कोना अपनी अलग खासियतों के लिए मशहूर है। ऊटी को हम सुन्दरता और प्राकृतिक विशेषताओं के समूह के रूप में देख सकते हैं। इसी खूबसूरती का लुत्फ़ उठाने के लिए देश-विदेश से हर साल भारी संख्या में लोग यहाँ आते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऊटी में घूमने लायक टॉप 6 नाम और इसीसे संबंधित कुछ और बातें भी।
Top Places | History and Significance |
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Ooty Lake | Picturesque lake dating back to 1824, offering boating, scenic walks, and stunning views of the Nilgiri Hills. |
Botanical Gardens | Established in 1847, housing diverse flora, including rare and endangered species, spread across 50 hectares. |
Toy Train Journey | UNESCO World Heritage Site, offering a unique journey through breathtaking landscapes on a narrow-gauge railway built in 1899. |
Rose Garden | Established in 1995, boasting over 22,000 rose bushes in various colors and varieties, creating a fragrant spectacle. |
Dodabetta Peak | Highest peak in the Nilgiris, offering panoramic views and housing a telescope for stargazing. |
Catherine Falls | Majestic waterfall cascading down 250 feet, surrounded by lush greenery, a popular picnic spot. |
Wax World Museum | Life-size wax figures of renowned personalities from various fields, offering a fun and interactive experience. |
Needlework Factory | Established in 1895, preserving the traditional craft of knitting and showcasing woolen products. |
Tea Factory Tour | Witness the process of tea production from leaf to cup, learn about the history of tea in the region, and enjoy local tea tastings. |
Toda Mund | Tribal settlement offering insights into the unique culture and traditions of the Toda tribe, known for their embroidery and buffaloes. |
St. Stephen’s Church | Built in 1858, showcasing Gothic architecture and stained glass windows. |
Raj Bhavan | The official summer residence of the Governor of Tamil Nadu, with beautiful gardens and colonial architecture. |
Government Museum | Exhibits artifacts related to the history, culture, and natural heritage of the Nilgiri Hills. |
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है:
डोड्डाबेट्टा पॉइंट (Doddabetta Peak in Ooty)
डोड्डाबेट्टा लगभग 2,637 मीटर यानी 8,650 फीट की उंचाई पर स्थित है। यहां से पर्यटक कभी न भूलने वाले प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। डोड्डाबेट्टा, जिसका अर्थ है विशाल पर्वत, यह नीलगिरी सहित पूरे दक्षिण भारत की सबसे ऊची चोटी है। इस पॉइंट को यहाँ के स्थानीय भाषा में “बिग हिल” कहते हैं। यहाँ एक टेलीस्कोप हाउस भी है, टूरिस्ट इसका जमकर इस्तेमाल करते हैं। इस टेलीस्कोप से नीचे बसे ऊटी शहर का खुबसूरत नज़ारा देखा सकता है। हमारी सलाह है कि फोटोग्राफी के शौकीन लोग अपना कैमरा ज़रूर अपने साथ लेकर जाएं और महफ़िल लूट लेने वाली पिक्स क्लिक करें।
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सबसे धीमी ट्रेन की सवारी के लिए मशहूर निलगिरी माउंटेन रेलवे लाइन
ऊटी में घूमने जाएं तो नीलगिरि माउंटेन रेलवे लाइन पर घूमना न भूलें। यहां आप ‘टॉय ट्रेन’ के मजे ले सकते हैं। ये लाइन तमिलनाडु के दो ज़िलों, कोयंबटूर एवं नीलगिरि को आपस में जोड़ती है। एक दिलचस्प बात ये भी है कि यह भारत की सबसे स्लो चलने वाली ट्रेन है। बावजूद इसके, इस रास्ते पर पड़ने वाली खूबसूरती को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इस ट्रेन की सवारी करते हैं। एक और मज़े की बात, इसी रेलवे की लाइन पर ‘दिल से’ फ़िल्म का ‘चल छैंया छैंया’ सॉंग भी शूट हुआ था।
ऊटी लेक
ऊटी लेक, यहाँ की खूबसूरती में चार चाँद लगाने जैसा है। ये यहाँ का एक प्रमुख पर्यटनस्थल है। जो कि बेहद शांत और सुन्दर है। घूमने के अलावा आप इस खूबसूरत लोकेशन पर कुछ देर ठहरकर आराम भी कर सकते हैं। 1824 में इस झील को बनाया गया था, जो कि लगभग 65 एकड़ में फैला हुआ है और आसपास घूमने के अलावा आप यहां बोटिंग भी कर सकते हैं।
ऊटी में टी एस्टेट व्यूपॉइंट
डोड्डाबेट्टा पीक से कुछ दूरी पर ऊटी का वर्ल्ड फेमस टी एस्टेट व्यूपॉइंट है। इस टी एस्टेट व्यूपॉइंट में चाय का काफी बड़ा कारोबार है, जिसमें एक म्यूजियम और चाय का एक कारखाना भी मौजूद है, मज़ेदार चाय पीने और चाय पत्ती बनाने के पूरे प्रोसेस को जानने व देखने के लिए आप यहाँ ज़रूर आएं। आप यहाँ की फैक्ट्री आउटलेट पर कई तरह की चाय, चॉकलेट, तेल वगैरा भी खरीद सकते हैं।
मुरुगन मंदिर
ऊटी में स्थित मुरुगन मंदिर एक हिन्दू धार्मिक स्थल है, जो कि भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) को समर्पित है। भारत के कई हिस्सों में ऐसे मंदिर बने हैं। इन मंदिरों में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के दौरान ज्येष्ठा नक्षत्र में भगवान कार्तिकेय की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। अक्सर ये मंदिर पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित होते हैं। इन मंदिरों में मुरुगन देवता की कई स्वरूपों में पूजा की जाती है। उन्हें अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। मुरुगन को भगवान शिव और माता पार्वती की संतान के रूप में पूजा जाता है। दक्षिण भारत में इनके प्रति लोगों की गहरी आस्था है। आप भी ऊटी आएं तो मुरुगन मंदिर में माथा ज़रूर टेकने जाएं।
कामराज सागर झील
ऊटी से करीब 10 किलोमीटर दूर कामराज सागर झील स्थित है। ये झील चारों तरफ से हरे भरे जंगलों से घिरा हुआ है। यहां सबसे ज़्यादा लोग पिकनिक मनाने के लिए जाते हैं। टूरिस्ट तो इस झील के दीवाने हैं ही फ़िल्मी दुनिया को भी इसने अपनी ओर खूब आकर्षित किया है। यहाँ कई बड़ी हिट फ़िल्मों की शूटिंग हुई है।
दिल्ली से ऊटी जाने का सबसे बढ़िया तरीका आसान माध्यम
दिल्ली या दिल्ली की ओर रहने वालों के लिए ऊटी जाना ज़्यादा एक्साइटिंग हो सकता है। क्योंकि दिल्ली से ऊटी के लिए डायरेक्ट कोई ट्रेन या बस नहीं है। नतीजन, आने वाले टूरिस्ट ट्रेन और रोड दोनों का मज़ा ले सकते हैं।
सबसे पहले आप दिल्ली से चेन्नई तक ट्रेन लेना होगा। दिल्ली से चेन्नई के बीच कई ट्रेनें चलती हैं। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार कोई भी ट्रेन चुन सकते हैं। यात्रा का समय लगभग 24-30 घंटे होगा। घबराएं नहीं, रास्ते में आप अपने ट्रेन की खिड़की से कई राज्य के नज़ारे देखते हुए आगे बढ़ेंगे। अब तो, आपको खाने की भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि इस रूट के सभी प्रमुख स्टेशंस पर आप ट्रेन में खाना डिलीवर कराने वाले जूप से अपना मनपसंद खाना ऑर्डर कर सकते हैं। डिलीवरी अपने ट्रेन की सीट पर पा सकते हैं।
एक और बात, अगर आप बड़े ग्रुप में हैं या सिर्फ़ वेज या सिर्फ़ नॉन वेज प्रेफर करते हैं अथवा आपका व्रत है। यानी कि इनमे से कोई भी बात है तो, फ़िकर नॉट जूप आपके लिए कॉम्बो ऑर्डर, ग्रुप ऑर्डर, सभी प्रकार के खाने की थाली, व्रत की थाली, डिज़र्ट यहाँ तक की फ्रूट सलाद भी डिलीवर करेगा। आप तो बस अपना सामान पैक करके कन्फर्म टिकट के साथ ट्रेन से अपना सफ़र शुरू करें।
ये रहीं दिल्ली से ऊटी के बीच चलने वाली कुछ ख़ास ट्रेन्स:
- केरल एक्सप्रेस (12626)
- तमिलनाडु एक्सप्रेस (12644)
- लिंक एक्सप्रेस (12624)
- ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस (12659)
इन ट्रेन्स से आप चेन्नई पहुँच जाएंगे। अब आप चेन्नई से कोयंबटूर या तिरुपुर के लिए चलने वाली कुछ ख़ास ट्रेन्स पकड़ें या बस अथवा चार पहिये का विकल्प चुनें। ये रहीं कुछ ख़ास ट्रेन्स
चेन्नई सेंट्रल – कोयंबटूर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12679)
चेन्नई सेंट्रल – कोयंबटूर नीलगिरी एक्सप्रेस (12671)
चेन्नई सेंट्रल – तिरुपपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस (16191)
अब कोयंबटूर या तिरुपुर से आप ऊटी तक टैक्सी या बस लें और 3-4 घंटे घंटे में अपने डेस्टिनेशन ऊटी का दीदार करें।
कुछ ख़ास बातें
अपनी ट्रेन और बस टिकट पहले से बुक कर लें, खासकर पीक सीजन में।
ऊटी की ओर जाने वाली पहाड़ी सड़कों पर ट्रैफिक जाम आम है, इसलिए एक्स्ट्रा टाइम कंसीडर करके चलें।
ऊटी का मौसम ठंडा रहता है इतना की यहाँ के होटल्स या घरों में फैन भी नहीं होते, इसलिए गर्म कपड़े अरूर साथ लाएं।
💐💐आपकी यात्रा मंगलमय हो!💐💐